टूट जाना भी मेरा वाज़िब है।

टूट जाना भी मेरा वाज़िब है। टूट जाना भी मेरा वाज़िब  है, लोग ठोकर पे ठोकर देते हैं। रूठ जाना भी मेरा वाज़िब है, लोग रह-रह कर चोट देते हैं। मैं भला दर्द, दिल का, कहूं किससे, मैं बता? बात दिल की, कहूं किससे, यार आए भी कितने, राहों में लोग रह-रह कर, वजूद खोते […]

अल्फ़ाज़ – ए – आकाश No.1 amazing site 2024

मैं जिंदा हूं, बेजान हूं। (अल्फ़ाज़ – ए – आकाश) क्यों दिल में मचा है शोर? ये सूखे मेरे होंठ क्यों है? क्यों तूंफा है चारो ओर? क्यों मन को कुछ भाता नहीं? कोई अपना नज़र आता नहीं। क्यों काले बादल छाए हैं? क्यों बन के सजा सब आए हैं? क्यों सूरज ढलता जा रहा, […]